From the HINDI Department and IT Club, GHSS KARIMBA
18 Nov 2009
नारी
हे नारी तुझ में हें ताकत बन्धनों को तोड़ने की हे प्यारी तुझ में हे हिम्मत असमान को छुने की हे नारी तुझ में हे क्षमता इस दुनिया को चलाने की हे जननी तुझ में ही शक्ती नई जन्म देने की हे स्त्री तुझ में ही बुद्धि अपनी ज़िन्दगी पहचानने की
अच्छा प्रयास है शुभकामनायें
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